Heart Broken Poetry of Fasih Akmal
नाम | फ़सीह अकमल |
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अंग्रेज़ी नाम | Fasih Akmal |
जन्म की तारीख | 1944 |
जन्म स्थान | Delhi |
हर एक आँख में आँसू हर एक लब पे फ़ुग़ाँ
हमीं पे ख़त्म हैं जौर-ओ-सितम ज़माने के
ये वो सफ़र है जहाँ ख़ूँ-बहा ज़रूरी है
उस की दीवार पे मनक़ूश है वो हर्फ़-ए-वफ़ा
प्यार जादू है किसी दिल में उतर जाएगा
मुज़्तरिब दिल की कहानी और है
मुनव्वर जिस्म-ओ-जाँ होने लगे हैं
मुद्दत से वो ख़ुशबू-ए-हिना ही नहीं आई
लटकाई दीवार पे किस ने हातिम की तस्वीर
कुछ नया करने की ख़्वाहिश में पुराने हो गए
किसी के सामने इस तरह सुर्ख़-रू होगी
जो तू नहीं है तो लगता है अब कि तू क्या है
जड़ों से सूखता तन्हा शजर है
देखिए हालात के जोगी का कब टूटे शराप
दे गया लिख कर वो बस इतना जुदा होते हुए
चश्म-ए-हैरत को तअल्लुक़ की फ़ज़ा तक ले गया