Sad Poetry of Farrukh Zohra Gilani
नाम | फ़र्रुख़ ज़ोहरा गिलानी |
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अंग्रेज़ी नाम | Farrukh Zohra Gilani |
तुम तो ख़ुद सहरा की सूरत बिखरे बिखरे लगते हो
दयार-ए-फ़िक्र-ओ-हुनर को निखारने वाला
तन्हा छोड़ के जाने वाले इक दिन पछताओगे
होश ओ ख़िरद गँवा के तिरे इंतिज़ार में
दयार-ए-फ़िक्र-ओ-हुनर को निखारने वाला