Heart Broken Poetry of Farrukh Zohra Gilani
नाम | फ़र्रुख़ ज़ोहरा गिलानी |
---|---|
अंग्रेज़ी नाम | Farrukh Zohra Gilani |
मिरे जज़्बे मिरी शहादत हैं
अभी तलक है सदा पानियों पे ठहरी हुई
तन्हा छोड़ के जाने वाले इक दिन पछताओगे
होश ओ ख़िरद गँवा के तिरे इंतिज़ार में
दयार-ए-फ़िक्र-ओ-हुनर को निखारने वाला
बीते लम्हे कशीद करती हूँ