एहसास
अगरचे पत्ते बे-शुमार हैं
शजर तो एक है
जवानी में
उजले दिनों की सुनहरी धूप में
मेरे पत्ते फूल गिर गए
अब मैं भी सच की आग़ोश में जज़्ब होने के लिए तय्यार हूँ
(933) Peoples Rate This
अगरचे पत्ते बे-शुमार हैं
शजर तो एक है
जवानी में
उजले दिनों की सुनहरी धूप में
मेरे पत्ते फूल गिर गए
अब मैं भी सच की आग़ोश में जज़्ब होने के लिए तय्यार हूँ
(933) Peoples Rate This