Ghazals of Farhat Shahzad
नाम | फ़रहत शहज़ाद |
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अंग्रेज़ी नाम | Farhat Shahzad |
जन्म स्थान | U.S.A |
ये ज़मीं ख़्वाब है आसमाँ ख़्वाब है
शाम कहती है कोई बात जुदा सी लिक्खूँ
सौत क्या शय है ख़ामुशी क्या है
नहीं है अब कोई रस्ता नहीं है
मैं अपने-आप से बरहम था वो ख़फ़ा मुझ से
जब तक चराग़-ए-शाम-ए-तमन्ना जले चलो
हम से तंहाई के मारे नहीं देखे जाते
हयात को तिरी दुश्वार किस तरह करता
दो झुकी आँखों का पहुँचा जब मिरे दिल को सलाम
दश्त-ए-वहशत ने फिर पुकारा है
आँख को जकड़े थे कल ख़्वाब अज़ाबों के