Sad Poetry of Farhat Nadeem Humayun
नाम | फ़रहत नदीम हुमायूँ |
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अंग्रेज़ी नाम | Farhat Nadeem Humayun |
कविताएं
Ghazal 12
Couplets 7
Love 14
Sad 7
Heart Broken 10
Bewafa 3
Hope 5
Islamic 2
Social 1
बारिश 2
ख्वाब 5
ये फुर्क़तों में लम्हा-ए-विसाल कैसे आ गया
न दौलत की तलब थी और न दौलत चाहिए है
मोहब्बत का ये रुख़ देखा नहीं था
मसअला आज मिरे इश्क़ का तू हल कर दे
कोई अहद-ए-वफ़ा भूला हुआ हूँ
है वही एक मेरे सिवा और मैं
हाल में जीने की तदबीर भी हो सकती है