Heart Broken Poetry of Farhat Kanpuri
नाम | फ़रहत कानपुरी |
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अंग्रेज़ी नाम | Farhat Kanpuri |
'फ़रहत' तिरे नग़मों की वो शोहरत है जहाँ में
दिल की राहें जुदा हैं दुनिया से
वो बहकी निगाहें क्या कहिए वो महकी जवानी क्या कहिए
वस्ल के लम्हे कहानी हो गए
मुँह-बोला बोल जगत का है जो मन में रहे सो अपना है
मेरा दिल-ए-नाशाद जो नाशाद रहेगा
कुछ तो वुफ़ूर-ए-शौक़ में बाइ'स-ए-इम्तियाज़ हो
कोई भी हम-सफ़र नहीं होता
इक ख़लिश सी है मुझे तक़दीर से
आँखों में बसे हो तुम आँखों में अयाँ हो कर