Islamic Poetry of Farhan Salim
नाम | फ़रहान सालिम |
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अंग्रेज़ी नाम | Farhan Salim |
कविताएं
Ghazal 15
Couplets 13
Love 21
Sad 14
Heart Broken 9
Bewafa 1
Hope 11
Friendship 1
Islamic 5
Social 2
ख्वाब 2
Sharab 1
उदास शाम में पज़मुर्दा बाद बन के न आ
शिकस्त-ए-आसमाँ हो जाऊँगा मैं
मैं तिरे संग कैसे चलूँ हम-सफ़र तू समुंदर है मैं साहिलों की हवा
खो बैठी है सारे ख़द-ओ-ख़ाल अपनी ये दुनिया
आम है इज़्न कि जो चाहो हवा पर लिख दो