मैं तिरे संग कैसे चलूँ हम-सफ़र तू समुंदर है मैं साहिलों की हवा
मैं तिरे संग कैसे चलूँ हम-सफ़र तू समुंदर है मैं साहिलों की हवा
तू कहाँ मैं कहाँ अल-अमाँ अल-हज़र तू समुंदर है मैं साहिलों की हवा
तुझ से है सब ये हुस्न-ए-जहाँ मो'तबर तुझ को सज्दे करे कहकशाँ सर ब-सर
तू हरीम-ए-क़मर मैं हज़ीन-ए-सहर तू समुंदर है मैं साहिलों की हवा
गाह शोरीदा-सर गाह ख़ामोश-तर तुझ में पोशीदा हैं राज़ सब बस्ता-सर
तेरे लाल-ओ-गुहर और मैं ख़ाक-सर तू समुंदर है मैं साहिलों की हवा
तू बहारों की जा तू लिबास-ए-शजर मैं ख़िज़ाँ की सदा मैं ग़ुबार-ए-सफ़र
तू नुमूद-ए-मतर मैं हदीस-ए-दिगर तू समुंदर है मैं साहिलों की हवा
वुसअत-ए-बे-कराँ मख़ज़न-ए-सीम-ओ-ज़र बे-हद-ओ-बे-निशाँ तेरी हर रह-गुज़र
तू ब-हद्द-ए-नज़र मैं कनार-ए-सफ़र तू समुंदर है मैं साहिलों की हवा
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