Heart Broken Poetry of Farhan Salim
नाम | फ़रहान सालिम |
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अंग्रेज़ी नाम | Farhan Salim |
उदास शाम में पज़मुर्दा बाद बन के न आ
तू मिरी इब्तिदा तू मिरी इंतिहा मैं समुंदर हूँ तू साहिलों की हवा
शिकस्त-ए-आसमाँ हो जाऊँगा मैं
मिरे चराग़ो मिरा गंज-ए-बे-कराँ ले लो
मक्र-ए-हयात रुख़ की क़बा भी उतार दी
मैं तिरे संग कैसे चलूँ हम-सफ़र तू समुंदर है मैं साहिलों की हवा
क्या बताएँ क्या कल शब आख़िरी पहर देखा
खो बैठी है सारे ख़द-ओ-ख़ाल अपनी ये दुनिया
अक्स कुछ न बदलेगा आइनों को धोने से