Warning: session_start(): open(/var/cpanel/php/sessions/ea-php56/sess_17ad1e09cad442be351a50589df26718, O_RDWR) failed: Disk quota exceeded (122) in /home/dars/public_html/helper/cn.php on line 1

Warning: session_start(): Failed to read session data: files (path: /var/cpanel/php/sessions/ea-php56) in /home/dars/public_html/helper/cn.php on line 1
आँखों में नमी आई चेहरे पे मलाल आया - फ़ना बुलंदशहरी कविता - Darsaal

आँखों में नमी आई चेहरे पे मलाल आया

आँखों में नमी आई चेहरे पे मलाल आया

ऐ जल्वा-ए-महबूबी जब तेरा ख़याल आया

था उन की तवज्जोह में हर जज़्ब-ए-तलब मेरा

हर चंद मोअद्दब थी जब मेरा सवाल आया

इस बात पे बदली है बस चश्म-ए-करम उन की

उश्शाक़ के होंटों पे क्यूँ हर्फ़-ए-सवाल आया

या उन के हसीन अबरू आए हैं तसव्वुर में

या महफ़िल-ए-हस्ती में रख़्शंदा हिलाल आया

हम सज्दा जहाँ कर लें का'बा वहीं बन जाए

मिट कर तिरी उल्फ़त में हम को ये कमाल आया

अब हश्र-ब-दामाँ है हर महफ़िल-ए-तन्हाई

तुम आए तो फ़ुर्क़त की अज़्मत पे ज़वाल आया

फिर रंग-ए-जुनूँ बरसा फूलों की क़बाओं पर

ये कौन गुलिस्ताँ में आशुफ़्ता निहाल आया

पैग़ाम-ए-'फ़ना' लाया तस्कीन-ए-दिल-ए-मुज़तर

वो आ गए नज़रों में जब वक़्त-ए-विसाल आया

(1163) Peoples Rate This

Your Thoughts and Comments

Aankhon Mein Nami Aai Chehre Pe Malal Aaya In Hindi By Famous Poet Fana Bulandshahri. Aankhon Mein Nami Aai Chehre Pe Malal Aaya is written by Fana Bulandshahri. Complete Poem Aankhon Mein Nami Aai Chehre Pe Malal Aaya in Hindi by Fana Bulandshahri. Download free Aankhon Mein Nami Aai Chehre Pe Malal Aaya Poem for Youth in PDF. Aankhon Mein Nami Aai Chehre Pe Malal Aaya is a Poem on Inspiration for young students. Share Aankhon Mein Nami Aai Chehre Pe Malal Aaya with your friends on Twitter, Whatsapp and Facebook.