Ghazals of Faizi Nizam Puri
नाम | फ़ैज़ी निज़ाम पुरी |
---|---|
अंग्रेज़ी नाम | Faizi Nizam Puri |
कविताएं
Ghazal 7
Couplets 1
Love 7
Sad 6
Heart Broken 5
Bewafa 1
Hope 4
Friendship 1
Sufi 1
ख्वाब 4
Sharab 1
तसव्वुर में कोई आया सुकून-ए-क़ल्ब-ओ-जाँ हो कर
फिर ज़बान-ए-इश्क़ चश्म-ए-ख़ूँ-फिशाँ होने लगी
कुछ ज़िंदगी में लुत्फ़ का सामाँ नहीं रहा
कोई तसव्वुर में जल्वा-गर है बहार दिल में समा रही है
गुलों के चेहरा-ए-रंगीं पे वो निखार नहीं
ग़म-ए-जानाँ के सिवा कुछ हमें प्यारा न हुआ
बला से बर्क़ ने फूँका जो आशियाने को