Sad Poetry of Faiz Ul Hasan
नाम | फ़ैज़ुल हसन |
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अंग्रेज़ी नाम | Faiz Ul Hasan |
कविताएं
Ghazal 10
Love 8
Sad 7
Heart Broken 10
Bewafa 3
Hope 3
Friendship 2
Islamic 1
Social 1
ख्वाब 1
Sharab 1
सुब्ह-ए-नौ लाती है हर शाम तुम्हें क्या मा'लूम
लोग कहते हैं कि क़ातिल को मसीहा कहिए
जाने क्या सोच के उस ने सितम ईजाद किया
हम ने सहरा को सजाया था गुलिस्ताँ की तरह
एक मुद्दत से सर-ए-बाम वो आया भी नहीं
दिल जिस का दर्द-ए-इश्क़ का हामिल नहीं रहा
ऐ दिल अच्छा नहीं मसरूफ़-ए-फ़ुग़ाँ हो जाना