Warning: session_start(): open(/var/cpanel/php/sessions/ea-php56/sess_fb7efaf8c55c66ceb6f138b3a9da3f10, O_RDWR) failed: Disk quota exceeded (122) in /home/dars/public_html/helper/cn.php on line 1

Warning: session_start(): Failed to read session data: files (path: /var/cpanel/php/sessions/ea-php56) in /home/dars/public_html/helper/cn.php on line 1
तीन मंज़र - फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ कविता - Darsaal

तीन मंज़र

तसव्वुर

शोख़ियाँ मुज़्तर-निगाह-ए-दीदा-ए-सरशार में

इशरतें ख़्वाबीदा रंग-ए-ग़ाज़ा-ए-रुख़सार में

सुर्ख़ होंटों पर तबस्सुम की ज़ियाएँ जिस तरह

यासमन के फूल डूबे हों मय-ए-गुलनार में

सामना

छनती हुई नज़रों से जज़्बात की दुनियाएँ

बे-ख़्वाबियाँ अफ़्साने महताब तमन्नाएँ

कुछ उलझी हुई बातें कुछ बहके हुए नग़्मे

कुछ अश्क जो आँखों से बे-वज्ह छलक जाएँ

रुख़्सत

फ़सुर्दा रुख़ लबों पर इक नियाज़ आमेज़ ख़ामोशी

तबस्सुम मुज़्महिल था मरमरीं हाथों में लर्ज़िश थी

वो कैसी बे-कसी थी तेरी पुर-तम्कीं निगाहों में

वो क्या दुख था तिरी सहमी हुई ख़ामोश आहों में

(2138) Peoples Rate This

Your Thoughts and Comments

Tin Manzar In Hindi By Famous Poet Faiz Ahmad Faiz. Tin Manzar is written by Faiz Ahmad Faiz. Complete Poem Tin Manzar in Hindi by Faiz Ahmad Faiz. Download free Tin Manzar Poem for Youth in PDF. Tin Manzar is a Poem on Inspiration for young students. Share Tin Manzar with your friends on Twitter, Whatsapp and Facebook.