Bewafa Poetry of Faiz Ahmad Faiz
नाम | फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ |
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अंग्रेज़ी नाम | Faiz Ahmad Faiz |
जन्म की तारीख | 1911 |
मौत की तिथि | 1984 |
जन्म स्थान | Lahore |
व-यबक़ा-वज्ह-ओ-रब्बिक
वासोख़्त
तुम ये कहते हो अब कोई चारा नहीं
शोरिश-ए-ज़ंजीर बिस्मिल्लाह
शाएर लोग
सर-ए-वादी-ए-सीना
मदह
लौह-ओ-क़लम
लाओ तो क़त्ल-नामा मिरा
ख़ुर्शीद-ए-महशर की लौ
कहाँ जाओगे
हुस्न और मौत
हम जो तारीक राहों में मारे गए
गीत
ढाका से वापसी पर
चंद रोज़ और मिरी जान
बुनियाद कुछ तो हो
अंजाम
ऐ शाम मेहरबाँ हो
आज इक हर्फ़ को फिर ढूँडता फिरता है ख़याल
सितम सिखलाएगा रस्म-ए-वफ़ा ऐसे नहीं होता
सितम की रस्में बहुत थीं लेकिन न थी तिरी अंजुमन से पहले
शैख़ साहब से रस्म-ओ-राह न की
क़र्ज़-ए-निगाह-ए-यार अदा कर चुके हैं हम
न किसी पे ज़ख़्म अयाँ कोई न किसी को फ़िक्र रफ़ू की है
न अब रक़ीब न नासेह न ग़म-गुसार कोई
कुछ मोहतसिबों की ख़ल्वत में कुछ वाइ'ज़ के घर जाती है
किसी गुमाँ पे तवक़्क़ो' ज़ियादा रखते हैं
इज्ज़-ए-अहल-ए-सितम की बात करो
हिम्मत-ए-इल्तिजा नहीं बाक़ी