Ghazals of Faiyyaz Rash
नाम | फ़ैय्याज़ रश्क़ |
---|---|
अंग्रेज़ी नाम | Faiyyaz Rash |
उसी से फ़िक्र-ओ-फ़न को हर घड़ी मंसूब रखते हैं
ताक़त के सारे ज़ोर को ख़ामोश कर दिया
मिटा के तीरगी तनवीर चाहता है दिल
ख़याल-ओ-ख़्वाब को परवाज़ देता रहता हूँ
जारी तो हो सब के लिए फ़रमान-ए-मोहब्बत
जहाँ में ख़ुद को बनाने में देर लगती है
हर क़दम ख़ौफ़ है दहशत है रिया-कारी है