Heart Broken Poetry of Faheem Shanas Kazmi (page 2)
नाम | फ़हीम शनास काज़मी |
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अंग्रेज़ी नाम | Faheem Shanas Kazmi |
उस ने पूछा भी मगर हाल छुपाए गए हम
समझ रहा था मैं ये दिन गुज़रने वाला नहीं
रस्ते में शाम हो गई क़िस्सा तमाम हो चुका
मैं यूँ जहाँ के ख़्वाब से तन्हा गुज़र गया
हुस्न अल्फ़ाज़ के पैकर में अगर आ सकता
हम एक दिन निकल आए थे ख़्वाब से बाहर
दिल-ए-तबाह को अब तक नहीं यक़ीं आया
दिल ओ निगाह में उस को अगर नहीं रहना
बर्ग-ए-सदा को लब से उड़े देर हो गई
बदन को ख़ाक किया और लहू को आब किया