Ghazals of Ezaz Afzal
नाम | एज़ाज़ अफ़ज़ल |
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अंग्रेज़ी नाम | Ezaz Afzal |
उजाले तेल छिड़कने लगे उजालों पर
किस क़दर मसअला-ए-शाम-ओ-सहर बदला है
जिस्म ही पामाल हो जाए तो सर क्या कीजिए
दो घड़ी साए में जलने की अज़िय्यत और है
अब सराब के चश्मे मौजज़न नहीं होते