एजाज़ रहमानी कविता, ग़ज़ल तथा कविताओं का एजाज़ रहमानी
नाम | एजाज़ रहमानी |
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अंग्रेज़ी नाम | Ejaz Rahmani |
जन्म की तारीख | 1936 |
वो एक पल की रिफ़ाक़त भी क्या रिफ़ाक़त थी
तालाब तो बरसात में हो जाते हैं कम-ज़र्फ़
जहाँ पे डूब गया मेरी आस का सूरज
गुज़र रहा हूँ मैं सौदा-गरों की बस्ती से
फ़ितरत के तक़ाज़े कभी बदले नहीं जाते
अभी से पाँव के छाले न देखो
ज़ालिम से मुस्तफ़ा का अमल चाहते हैं लोग
उसे ये हक़ है कि वो मुझ से इख़्तिलाफ़ करे
साए में आबलों की जलन और बढ़ गई
रंग मौसम के साथ लाए हैं
नक़्श-बर-आब हो गया हूँ मैं
मिट गया ग़म तिरे तकल्लुम से
कितने बा-होश हो गए हम लोग
ख़ुश्क दरिया पड़ा है ख़्वाहिश का
हवा के वास्ते इक काम छोड़ आया हूँ
हँसी लबों पे सजाए उदास रहता है
अब कर्ब के तूफ़ाँ से गुज़रना ही पड़ेगा