Sad Poetry of Ejaz Obaid
नाम | एजाज़ उबैद |
---|---|
अंग्रेज़ी नाम | Ejaz Obaid |
थीं इक सुकूत से ज़ाहिर मोहब्बतें अपनी
था वो जंगल कि नगर याद नहीं
नए सफ़र में जो पिछले सफ़र के साथी थे
मैं ने क्या काम ला-जवाब किया
किस से मिलने जाओ अब किस से मुलाक़ातें करो
हँसने में रोने की आदत कभी ऐसी तो न थी
ग़म भी उतना नहीं कि तुम से कहें
ऐसे ही दिन थे कुछ ऐसी शाम थी
अभी तमाम आइनों में ज़र्रा ज़र्रा आब है