Love Poetry of Ejaz Asif
नाम | एजाज़ अासिफ़ |
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अंग्रेज़ी नाम | Ejaz Asif |
रौशनी को तीरगी का क़हर बन कर ले गया
फूलों से होगी धूल जुदा देखते रहो
नवेद-ए-यौम-ए-बहाराँ ख़िज़ाँ से ज़ाहिर हो
किए हैं मुझ पे जो एहसाँ जता नहीं सकता
किस दिल से हम इरादा-ए-तर्क-ए-जुनूँ करें
हर एक शय की हक़ीक़त से बा-ख़बर देखूँ
बे-नियाज़-ए-सौत-ओ-महरूम-ए-बयाँ रक्खा गया
आ गया ईसार मेरे हल्क़ा-ए-अहबाब में