एहतिशाम हुसैन कविता, ग़ज़ल तथा कविताओं का एहतिशाम हुसैन
नाम | एहतिशाम हुसैन |
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अंग्रेज़ी नाम | Ehtisham Husain |
जन्म की तारीख | 1912 |
मौत की तिथि | 1972 |
जन्म स्थान | Allahabad |
क्यूँ यूरिश-ए-तरब में भी ग़म याद आ गए
यूँ गुज़रता है तिरी याद की वादी में ख़याल
वादी-ए-शब में उजालों का गुज़र हो कैसे
तेरा ही हो के जो रह जाऊँ तो फिर क्या होगा
न जाने हार है या जीत क्या है
मंज़िल न मिली तो ग़म नहीं है
मैं समझता हूँ मुझे दौलत-ए-कौनैन मिली
दिल ने चुपके से कहा कोशिश-ए-नाकाम के बाद
बुझीं शमएँ तो दिल जलाए हैं
बीमारी की ख़बर
उन आँखों को नज़र क्या आ गया है
तुझे पसंद जो दिल की लगन नहीं आई
कुछ मिरे शौक़ ने दर-पर्दा कहा हो जैसे
गुलशन-ए-दिल में मिले अक़्ल के सहरा में मिले
ग़म में इक मौज सरख़ुशी की है
गया था बज़्म-ए-मोहब्बत में ख़ाली जाम लिए
देख कर जादा-ए-हस्ती पे सुबुक-गाम मुझे
डर डर के जिसे मैं सुन रहा हूँ
अक़्ल पहुँची जो रिवायात के काशाने तक