Sad Poetry of Ehtimam Sadiq
नाम | एहतिमाम सादिक़ |
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अंग्रेज़ी नाम | Ehtimam Sadiq |
ये हसरतें भी मिरी साइयाँ निकाली जाएँ
तिरी शबीह को लिक्खा है रंग-ओ-बू मैं ने
देखते ही धड़कनें सारी परेशाँ हो गईं
नफ़रतों की नई दीवार उठाते हुए लोग
नाम | एहतिमाम सादिक़ |
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अंग्रेज़ी नाम | Ehtimam Sadiq |
ये हसरतें भी मिरी साइयाँ निकाली जाएँ
तिरी शबीह को लिक्खा है रंग-ओ-बू मैं ने
देखते ही धड़कनें सारी परेशाँ हो गईं
नफ़रतों की नई दीवार उठाते हुए लोग