सवाल ये है कि इस पुर-फ़रेब दुनिया में
ख़ुदा के नाम पे किस किस का एहतिराम करें
Jaun Eliya
Anwar Masood
Allama Iqbal
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Gulzar
Rahat Indori
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Faiz Ahmad Faiz
Mir Taqi Mir
Wasi Shah
Habib Jalib
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वक़्त को बस गुज़ार लेना ही
वक़्त बर्बाद करने वालों को
बहुत आसान है दो घूँट पी लेना तो ऐ 'राही'
सोचने की ये बात है 'राही'
वक़ार-ए-ख़ून-ए-शहीदान-ए-कर्बला की क़सम
इस से पहले कि लोग पहचानें
अगर ऐ नाख़ुदा तूफ़ान से लड़ने का दम-ख़म है
ऐन-फ़ितरत है कि जिस शाख़ पे फल आएँगे
कुछ आदमी समाज पे बोझल हैं आज भी
इस इंतिज़ार में बैठे हैं उन की महफ़िल में
इस शहर-ए-निगाराँ की कुछ बात निराली है