Warning: session_start(): open(/var/cpanel/php/sessions/ea-php56/sess_38a3fc531368e3191d89e1812a66d748, O_RDWR) failed: Disk quota exceeded (122) in /home/dars/public_html/helper/cn.php on line 1

Warning: session_start(): Failed to read session data: files (path: /var/cpanel/php/sessions/ea-php56) in /home/dars/public_html/helper/cn.php on line 1
पूछता कौन वफ़ा से उस की - दिनेश नायडू कविता - Darsaal

पूछता कौन वफ़ा से उस की

पूछता कौन वफ़ा से उस की

मर गए लोग बला से उस की

देखो किस तौर सँवर जाता है

मुझ सा सहरा भी घटा से उस की

यार हम ख़ाक-ब-सर ख़ाक-नशीं

इस फ़ज़ा में हैं हवा से उस की

अब कोई सुब्ह जगाएगी क्या

हम को उठना है सदा से उस की

लौट जाएगी बहार उस के साथ

सब्ज़ मौसम है फ़ज़ा से उस की

ज़िक्र करते हैं क़ज़ा से उस का

हम जो जीते हैं दवा से उस की

ज़ख़्म के फूल खिले हैं तन में

लहलहाता हूँ हवा से उस की

(931) Peoples Rate This

Your Thoughts and Comments

Puchhta Kaun Wafa Se Uski In Hindi By Famous Poet Dinesh Naaidu. Puchhta Kaun Wafa Se Uski is written by Dinesh Naaidu. Complete Poem Puchhta Kaun Wafa Se Uski in Hindi by Dinesh Naaidu. Download free Puchhta Kaun Wafa Se Uski Poem for Youth in PDF. Puchhta Kaun Wafa Se Uski is a Poem on Inspiration for young students. Share Puchhta Kaun Wafa Se Uski with your friends on Twitter, Whatsapp and Facebook.