दिलकश सागरी कविता, ग़ज़ल तथा कविताओं का दिलकश सागरी
नाम | दिलकश सागरी |
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अंग्रेज़ी नाम | Dilkash Sagari |
ऐ इंक़लाब-ए-नौ के उजाले कहाँ है तू
कितने मेले हैं आसमानों में
दोस्तो तुम ने भी देखी है वो सूरत वो शबीह
चाँद भी सितारों को साथ ले के चलता है
नाम | दिलकश सागरी |
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अंग्रेज़ी नाम | Dilkash Sagari |
ऐ इंक़लाब-ए-नौ के उजाले कहाँ है तू
कितने मेले हैं आसमानों में
दोस्तो तुम ने भी देखी है वो सूरत वो शबीह
चाँद भी सितारों को साथ ले के चलता है