Ghazals of Dilawar Figar
नाम | दिलावर फ़िगार |
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अंग्रेज़ी नाम | Dilawar Figar |
जन्म की तारीख | 1929 |
मौत की तिथि | 1998 |
जन्म स्थान | Karachi |
ज़हर बीमार को मुर्दे को दवा दी जाए
या रब मिरे नसीब में अक्ल-ए-हलाल हो
वो शख़्स कभी जिस ने मिरा घर नहीं देखा
उट्ठी नहीं है शहर से रस्म-ए-वफ़ा अभी
सियाह ज़ुल्फ़ को जो बन-सँवर के देखते हैं
शोर से बच्चों के घबराते हैं घर पर और हम
शाइ'र से शेर सुनिए तो मिस्रा उठाइए
न मिरा मकाँ ही बदल गया न तिरा पता कोई और है
मैं ने कहा कि शहर के हक़ में दुआ करो
जादा-ए-फ़न में बड़े सख़्त मक़ाम आते हैं
हुस्न पर ए'तिबार हद कर दी
अमरीका शेर पढ़ने गए थे हमारे दोस्त
अजब अख़बार लिक्खा जा रहा है