Love Poetry of Dil Shahjahanpuri
नाम | दिल शाहजहाँपुरी |
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अंग्रेज़ी नाम | Dil Shahjahanpuri |
शबाब ढलते ही आई पीरी मआ'ल पर अब नज़र हुई है
मैं ग़र्क़ हो रहा था कि तूफ़ान-ए-इश्क़ ने
हुस्न-ए-ख़ुद-बीं को हुआ और सिवा नाज़-ए-हिजाब
असर-ए-इश्क़ से हूँ सूरत-ए-शम्अ ख़ामोश
आरज़ू लुत्फ़ तलब इश्क़ सरासर नाकाम
आग़ाज़-ए-मोहब्बत से अंजाम-ए-मोहब्बत तक
तमकीं है और हुस्न-ए-गरेबाँ है और हम
फिर ए'तिबार-ए-इश्क़ के क़ाबिल नहीं रहा
मायूस-ए-अज़ल हूँ ये माना नाकाम-ए-तमन्ना रहना है
मय-ए-कौसर का असर चश्म-ए-सियह-फ़ाम में है
क्या कहिए दास्तान-ए-तमन्ना बदल गई
कूचा-गर्दी में जवानी जाएगी
कूचा-गर्दी में जवानी जाएगी
ऐ इश्क़ तू ने वाक़िफ़-ए-मंज़िल बना दिया