Islamic Poetry of Darshan Singh
नाम | दर्शन सिंह |
---|---|
अंग्रेज़ी नाम | Darshan Singh |
कविताएं
Ghazal 24
Nazam 3
Love 27
Sad 20
Heart Broken 20
Bewafa 3
Hope 15
Friendship 9
Islamic 7
Sufi 5
Social 1
देशभक्तिपूर्ण 4
बारिश 1
ख्वाब 5
Sharab 11
तुझे क्या ख़बर मिरे हम-सफ़र मिरा मरहला कोई और है
रक़्स करती है फ़ज़ा वज्द में जाम आया है
निगाह-ए-मस्त-ए-साक़ी का सलाम आया तो क्या होगा
कहीं जमाल-ए-अज़ल हम को रूनुमा न मिला
जब आदमी मुद्दआ-ए-हक़ है तो क्या कहें मुद्दआ' कहाँ है
बहुत मुश्किल है तर्क-ए-आरज़ू रब्त-आश्ना हो कर
आज दिल से दुआ करे कोई