Warning: session_start(): open(/var/cpanel/php/sessions/ea-php56/sess_d3e540c3f9f62802eff29fa205bd9d68, O_RDWR) failed: Disk quota exceeded (122) in /home/dars/public_html/helper/cn.php on line 1

Warning: session_start(): Failed to read session data: files (path: /var/cpanel/php/sessions/ea-php56) in /home/dars/public_html/helper/cn.php on line 1
किस क़दर इज़्तिराब है यारो - दानिश फ़राही कविता - Darsaal

किस क़दर इज़्तिराब है यारो

किस क़दर इज़्तिराब है यारो

ज़िंदगी इक अज़ाब है यारो

दिल मिरा साफ़ आइने की तरह

एक सादा किताब है यारो

मैं हूँ नाकाम इश्क़ में लेकिन

क्या कोई कामयाब है यारो

जब से देखा है इस ने हँस के मुझे

दिल की हालत ख़राब है यारो

ग़म-ए-जानाँ तो राहत-ए-दिल है

फ़िक्र-ए-दुनिया अज़ाब है यारो

उस ने शायद किया है याद मुझे

दिल में क्यूँ इज़्तिराब है यारो

पूछते क्या हो उस का नक़्श-ओ-निगार

आप अपना जवाब है यारो

सुन सकूँगा न दास्तान-ए-इश्क़

अब कहाँ मुझ में ताब है यारो

क्या करेगा कोई ख़राब उसे

जो अज़ल से ख़राब है यारो

कुछ बताओ कि आज 'दानिश' पर

क्यूँ सितम बे-हिसाब है यारो

(1045) Peoples Rate This

Your Thoughts and Comments

Kis Qadar Iztirab Hai Yaro In Hindi By Famous Poet Danish Farahi. Kis Qadar Iztirab Hai Yaro is written by Danish Farahi. Complete Poem Kis Qadar Iztirab Hai Yaro in Hindi by Danish Farahi. Download free Kis Qadar Iztirab Hai Yaro Poem for Youth in PDF. Kis Qadar Iztirab Hai Yaro is a Poem on Inspiration for young students. Share Kis Qadar Iztirab Hai Yaro with your friends on Twitter, Whatsapp and Facebook.