Love Poetry of Danish Aligarhi
नाम | दानिश अलीगढ़ी |
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अंग्रेज़ी नाम | Danish Aligarhi |
जन्म की तारीख | 1970 |
ज़र्रे ज़र्रे में महक प्यार की डाली जाए
तेरे फ़िराक़ ने की ज़िंदगी अता मुझ को
रूदाद-ए-शब-ए-ग़म यूँ डरता हूँ सुनाने से
ज़िंदगी कर गई तूफ़ाँ के हवाले मुझ को
ज़र्रे ज़र्रे में महक प्यार की डाली जाए
वाइज़ तू अगर उन के कूचे से गुज़र जाए
क्या ख़बर थी मुन्हरिफ़ अहल-ए-जहाँ हो जाएँगे
अगर मैं उन की निगाहों से गिर गया होता