Sad Poetry of Charkh Chinioti

Sad Poetry of Charkh Chinioti
नामचरख़ चिन्योटी
अंग्रेज़ी नामCharkh Chinioti

भगवान-राम

यौम-ए-जम्हूर

महाऋषि-स्वामी-दयानंद

तन्हाई में आज उन से मुलाक़ात हुई है

क़रार खो के चले बे-क़रार हो के चले

क़रार खो के चले बे-क़रार हो के चले

मचलेंगे उन के आने पे जज़्बात सैंकड़ों

जो आँसुओं को न चमकाए वो ख़ुशी क्या है

जब सर-ए-बाम वो ख़ुर्शीद-जमाल आता है

हुस्न के जल्वे लुटाए तिरी रा'नाई ने

हम जो मिल बैठें तो यक-जान भी हो सकते हैं

हम जो मिल बैठें तो यक जान भी हो सकते हैं

गुनगुनाती हुई आवाज़ कहाँ से लाऊँ

फ़ज़ा-ए-ना-उमीदी में उमीद-अफ़ज़ा पयाम आया

फ़ज़ा में कैफ़-फ़शाँ फिर सहाब है साक़ी

बे-ख़ुदी में है न वो पी कर सँभल जाने में है

बज़्म-ए-जानाँ में मोहब्बत का असर देखेंगे

बज़्म-ए-जानाँ में मोहब्बत का असर देखेंगे

बात कहने के लिए बात बनाई न गई

बात कहने के लिए बात बनाई न गई

अक़्ल हैरान है रहमत का तक़ाज़ा क्या है

चरख़ चिन्योटी Sad Poetry in Hindi - Read famous Sad Shayari, Romantic Ghazals & Sad Poetry written by चरख़ चिन्योटी. Largest collection of Sad Poems, Sad Ghazals including Two Line Sher and SMS by चरख़ चिन्योटी. Share the चरख़ चिन्योटी Sad Potery, Romantic Hindi Ghazals and Sufi Shayari with your friends on whats app, facebook and twitter.