Islamic Poetry of Bismil Saeedi
नाम | बिस्मिल सईदी |
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अंग्रेज़ी नाम | Bismil Saeedi |
जन्म की तारीख | 1902 |
मौत की तिथि | 1977 |
सुकूँ नसीब हुआ हो कभी जो तेरे बग़ैर
मोहब्बत में ख़ुदा जाने हुईं रुस्वाइयाँ किस से
किया तबाह तो दिल्ली ने भी बहुत 'बिस्मिल'
वही होती है रहबर जो तमन्ना दिल में होती है
सर जिस पे न झुक जाए उसे दर नहीं कहते
रह-रव-ए-राह-ए-मोहब्बत कौन सी मंज़िल में है
कब से उलझ रहे हैं दम-ए-वापसीं से हम
फ़राहम जिस क़दर इशरत के सामाँ होते जाते हैं