Ghazals of Bismil Saeedi
नाम | बिस्मिल सईदी |
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अंग्रेज़ी नाम | Bismil Saeedi |
जन्म की तारीख | 1902 |
मौत की तिथि | 1977 |
वही होती है रहबर जो तमन्ना दिल में होती है
सर जिस पे न झुक जाए उसे दर नहीं कहते
रह-रव-ए-राह-ए-मोहब्बत कौन सी मंज़िल में है
कौन समझे इश्क़ की दुश्वारियाँ
कब से उलझ रहे हैं दम-ए-वापसीं से हम
इश्क़ जो ना-गहाँ नहीं होता
फ़राहम जिस क़दर इशरत के सामाँ होते जाते हैं
बैठा नहीं हूँ साया-ए-दीवार देख कर
अब इश्क़ रहा न वो जुनूँ है