जिस्म में ख़्वाहिश न थी एहसास में काँटा न था
जिस्म में ख़्वाहिश न थी एहसास में काँटा न था
इस तरह जागा कि जैसे रात-भर सोया न था
(1072) Peoples Rate This
जिस्म में ख़्वाहिश न थी एहसास में काँटा न था
इस तरह जागा कि जैसे रात-भर सोया न था
(1072) Peoples Rate This