Warning: session_start(): open(/var/cpanel/php/sessions/ea-php56/sess_cb9f9a4a035c4de0adcd5c2f68b1fd46, O_RDWR) failed: Disk quota exceeded (122) in /home/dars/public_html/helper/cn.php on line 1

Warning: session_start(): Failed to read session data: files (path: /var/cpanel/php/sessions/ea-php56) in /home/dars/public_html/helper/cn.php on line 1
यूँ न जान अश्क हमें जो गया बाना न मिला - बिमल कृष्ण अश्क कविता - Darsaal

यूँ न जान अश्क हमें जो गया बाना न मिला

यूँ न जान अश्क हमें जो गया बाना न मिला

दूर ले जाए जो मुझ से कोई ऐसा न मिला

ख़ाली हाथ अब के गुज़रने न दी पेड़ों ने बसंत

पतझड़ आई तो किसी शाख़ पे पत्ता न मिला

अपना साया ही डराता हो तो किस से कहिए

कहिए किस मुँह से कि किस को कोई अपना न मिला

आइना देखने ठहरे तो नज़र काँप गई

और जो अक्स हमीं को हमें ऐसा न मिला

आँख में दरिया लिए फिरते रहे बरसों तक

जिस के सीने में उतर जाता वो सहरा न मिला

दर खुला था तो हवा प्यार लिए आई थी

बंद है तो उसे बाहर कोई अपना न मिला

अपना ही जिस्म बदल जाएगा कब इल्म था 'अश्क'

उठ्ठे तो कल जहाँ सोए थे वो कमरा न मिला

(1031) Peoples Rate This

Your Thoughts and Comments

Yun Na Jaan Ashk Hamein Jo Gaya Bana Na Mila In Hindi By Famous Poet Bimal Krishn Ashk. Yun Na Jaan Ashk Hamein Jo Gaya Bana Na Mila is written by Bimal Krishn Ashk. Complete Poem Yun Na Jaan Ashk Hamein Jo Gaya Bana Na Mila in Hindi by Bimal Krishn Ashk. Download free Yun Na Jaan Ashk Hamein Jo Gaya Bana Na Mila Poem for Youth in PDF. Yun Na Jaan Ashk Hamein Jo Gaya Bana Na Mila is a Poem on Inspiration for young students. Share Yun Na Jaan Ashk Hamein Jo Gaya Bana Na Mila with your friends on Twitter, Whatsapp and Facebook.