Friendship Poetry of Bhartendu Harishchandra
नाम | भारतेंदु हरिश्चंद्र |
---|---|
अंग्रेज़ी नाम | Bhartendu Harishchandra |
जन्म की तारीख | 1850 |
मौत की तिथि | 1885 |
जन्म स्थान | Varanasi |
कविताएं
Ghazal 19
Couplets 20
Rubaai 2
Love 20
Sad 23
Heart Broken 24
Bewafa 3
Hope 4
Friendship 5
Islamic 5
देशभक्तिपूर्ण 1
ख्वाब 4
Sharab 2
फिर आई फ़स्ल-ए-गुल फिर ज़ख़्म-ए-दिल रह रह के पकते हैं
जहाँ देखो वहाँ मौजूद मेरा कृष्ण प्यारा है
गले मुझ को लगा लो ऐ मिरे दिलदार होली में
दिल मिरा तीर-ए-सितम-गर का निशाना हो गया
अजब जौबन है गुल पर आमद-ए-फ़स्ल-ए-बहारी है