Sad Poetry of Bharat Bhushan Pant (page 2)
नाम | भारत भूषण पन्त |
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अंग्रेज़ी नाम | Bharat Bhushan Pant |
कविताएं
Ghazal 37
Couplets 35
Love 25
Sad 37
Heart Broken 42
Hope 15
Islamic 4
Sufi 1
Social 1
बारिश 4
ख्वाब 14
Sharab 1
दीद की तमन्ना में आँख भर के रोए थे
दश्त में उड़ते बगूलों की ये मस्ती एक दिन
दानिस्ता जो हो न सके नादानी से हो जाता है
चाहतों के ख़्वाब की ताबीर थी बिल्कुल अलग
अंधेरा मिटता नहीं है मिटाना पड़ता है
आईने से पर्दा कर के देखा जाए
आब की तासीर में हूँ प्यास की शिद्दत में हूँ