Baarish Poetry of Bharat Bhushan Pant
नाम | भारत भूषण पन्त |
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अंग्रेज़ी नाम | Bharat Bhushan Pant |
कविताएं
Ghazal 37
Couplets 35
Love 25
Sad 37
Heart Broken 42
Hope 15
Islamic 4
Sufi 1
Social 1
बारिश 4
ख्वाब 14
Sharab 1
कुछ न कुछ सिलसिला ही बन जाता
ख़्वाब जीने नहीं देंगे तुझे ख़्वाबों से निकल
कभी सुकूँ कभी सब्र-ओ-क़रार टूटेगा
दानिस्ता जो हो न सके नादानी से हो जाता है