लुत्फ़ से मतलब न कुछ मेरे सताने से ग़रज़

लुत्फ़ से मतलब न कुछ मेरे सताने से ग़रज़

शोख़ियों से काम उन को मुस्कुराने से ग़रज़

उस गली से काम उन का सामना हो या न हो

मुझ को हो आना वहाँ तक हर बहाने से ग़रज़

शिकवा-ए-अग़्यार पर ज़ालिम ने यूँ टाला मुझे

तुम को हम से काम है तुम को ज़माने से ग़रज़

कोई मौसम कोई दिन हो इस से कुछ मतलब नहीं

हज़रत-ए-'बेख़ुद' को है पीने पिलाने से ग़रज़

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Lutf Se Matlab Na Kuchh Mere Satane Se Gharaz In Hindi By Famous Poet Bekhud Dehlvi. Lutf Se Matlab Na Kuchh Mere Satane Se Gharaz is written by Bekhud Dehlvi. Complete Poem Lutf Se Matlab Na Kuchh Mere Satane Se Gharaz in Hindi by Bekhud Dehlvi. Download free Lutf Se Matlab Na Kuchh Mere Satane Se Gharaz Poem for Youth in PDF. Lutf Se Matlab Na Kuchh Mere Satane Se Gharaz is a Poem on Inspiration for young students. Share Lutf Se Matlab Na Kuchh Mere Satane Se Gharaz with your friends on Twitter, Whatsapp and Facebook.