Love Poetry of Bekhud Badayuni
नाम | बेखुद बदायुनी |
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अंग्रेज़ी नाम | Bekhud Badayuni |
मौत की तिथि | 1912 |
हासिल उस मह-लक़ा की दीद नहीं
यूँही रहा जो बुतों पर निसार दिल मेरा
शिकवा सुन कर जो मिज़ाज-ए-बुत-ए-बद-ख़ू बदला
नाले में कभी असर न आया
क्यूँ मैं अब क़ाबिल-ए-जफ़ा न रहा
हासिल उस मह-लक़ा की दीद नहीं
हश्र पर वा'दा-ए-दीदार है किस का तेरा
हैं वस्ल में शोख़ी से पाबंद-ए-हया आँखें
दर्द-ए-दिल में कमी न हो जाए
आह करना दिल-ए-हज़ीं न कहीं