Love Poetry of Bekal Utsahi

Love Poetry of Bekal Utsahi
नामबेकल उत्साही
अंग्रेज़ी नामBekal Utsahi
जन्म की तारीख1928
मौत की तिथि2016
जन्म स्थानBalrampur, Gonda

इश्क़-विश्क़ ये चाहत-वाहत मन का भुलावा फिर मन भी अपना क्या

हवा-ए-इश्क़ ने भी गुल खिलाए हैं क्या क्या

हर एक लहज़ा मिरी धड़कनों में चुभती थी

उधर वो हाथों के पत्थर बदलते रहते हैं

उदास काग़ज़ी मौसम में रंग ओ बू रख दे

तंज़ की तेग़ मुझी पर सभी खींचे होंगे

तमन्ना बन गई है माया-ए-इल्ज़ाम क्या होगा

रहीन-ए-आस रही है न महव-ए-यास रही

नज़र की फ़त्ह कभी क़ल्ब की शिकस्त लगे

नए ज़माने में अब ये कमाल होने लगा

मुझ को शिकस्तगी का क़लक़ देर तक रहा

ख़ुद अपने जुर्म का मुजरिम को ए'तिराफ़ न था

हम चटानों की तरह साहिल पे ढाले जाएँगे

भीतर बसने वाला ख़ुद बाहर की सैर करे मौला ख़ैर करे

बेकल उत्साही Love Poetry in Hindi - Read famous Love Shayari, Romantic Ghazals & Sad Poetry written by बेकल उत्साही. Largest collection of Love Poems, Sad Ghazals including Two Line Sher and SMS by बेकल उत्साही. Share the बेकल उत्साही Love Potery, Romantic Hindi Ghazals and Sufi Shayari with your friends on whats app, facebook and twitter.