Warning: session_start(): open(/var/cpanel/php/sessions/ea-php56/sess_c77b33831d757981b559418bf7401901, O_RDWR) failed: Disk quota exceeded (122) in /home/dars/public_html/helper/cn.php on line 1

Warning: session_start(): Failed to read session data: files (path: /var/cpanel/php/sessions/ea-php56) in /home/dars/public_html/helper/cn.php on line 1
अपने दीदार की हसरत में तू मुझ को सरापा दिल कर दे - बेदम शाह वारसी कविता - Darsaal

अपने दीदार की हसरत में तू मुझ को सरापा दिल कर दे

अपने दीदार की हसरत में तू मुझ को सरापा दिल कर दे

हर क़तरा-ए-दिल को क़ैस बना हर ज़र्रे को महमिल कर दे

दुनिया-ए-हुस्न-ओ-इश्क़ मिरी करना है तो यूँ कामिल कर दे

अपने जल्वे मेरी हैरत नज़्ज़ारे में शामिल कर दे

याँ तूर ओ कलीम नहीं न सही मैं हाज़िर हूँ ले फूँक मुझे

पर्दे को उठा दे मुखड़े से बर्बाद सुकून-ए-दिल कर दे

गर क़ुल्ज़ुम-ए-इश्क़ है बे-साहिल ऐ ख़िज़्र तो बे-साहिल ही सही

जिस मौज में डूबे कश्ती-ए-दिल उस मौज को तू साहिल कर दे

ऐ दर्द अता करने वाले तू दर्द मुझे इतना दे दे

जो दोनों जहाँ की वुसअत को इक गोशा-ए-दामन-ए-दिल कर दे

हर सू से ग़मों ने घेरा है अब है तो सहारा तेरा है

मुश्किल आसाँ करने वाले आसान मिरी मुश्किल कर दे

'बेदम' उस याद के मैं सदक़े उस दर्द-ए-मोहब्बत के क़ुर्बां

जो जीना भी दुश्वार करे और मरना भी मुश्किल कर दे

(1344) Peoples Rate This

Your Thoughts and Comments

Apne Didar Ki Hasrat Mein Tu Mujhko Sarapa Dil Kar De In Hindi By Famous Poet Bedam Shah Warsi. Apne Didar Ki Hasrat Mein Tu Mujhko Sarapa Dil Kar De is written by Bedam Shah Warsi. Complete Poem Apne Didar Ki Hasrat Mein Tu Mujhko Sarapa Dil Kar De in Hindi by Bedam Shah Warsi. Download free Apne Didar Ki Hasrat Mein Tu Mujhko Sarapa Dil Kar De Poem for Youth in PDF. Apne Didar Ki Hasrat Mein Tu Mujhko Sarapa Dil Kar De is a Poem on Inspiration for young students. Share Apne Didar Ki Hasrat Mein Tu Mujhko Sarapa Dil Kar De with your friends on Twitter, Whatsapp and Facebook.