सच है कि जहाँ में सैर क्या क्या देखी
सच है कि जहाँ में सैर क्या क्या देखी
मशरिक़ की तरफ़ बर्क़-ए-तजल्ली देखी
मग़रिब में वो रौशनी गई बन के हिलाल
देखा न उधर किसी की देखा-देखी
(662) Peoples Rate This
सच है कि जहाँ में सैर क्या क्या देखी
मशरिक़ की तरफ़ बर्क़-ए-तजल्ली देखी
मग़रिब में वो रौशनी गई बन के हिलाल
देखा न उधर किसी की देखा-देखी
(662) Peoples Rate This