ख़ूँ बहाने के हैं हज़ार तरीक़

ख़ूँ बहाने के हैं हज़ार तरीक़

रंग लाने के हैं हज़ार तरीक़

काबा-ओ-दैर पर नहीं मौक़ूफ़

उस यगाने के हैं हज़ार तरीक़

कोई मज़हब नहीं ज़माने का

इस पुराने के हैं हज़ार तरीक़

उज़्र-ए-मस्ती ओ मय-परस्ती क्या

भूल जाने के हैं हज़ार तरीक़

दिल-सितानी के सैकड़ों अंदाज़

दिल सताने के हैं हज़ार तरीक़

याद में ख़्वाब में तसव्वुर में

आ कि आने के हैं हज़ार तरीक़

दिल-लगी दिल-दही दिल-आरामी

दिल लुभाने के हैं हज़ार तरीक़

दिल मुशब्बक हुआ तो फ़रमाया

आने जाने के हैं हज़ार तरीक़

किस तरीक़े से हो निबाह 'बयाँ'

कि ज़माने के हैं हज़ार तरीक़

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