Sad Poetry of Basir Sultan Kazmi
नाम | बासिर सुल्तान काज़मी |
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अंग्रेज़ी नाम | Basir Sultan Kazmi |
जन्म की तारीख | 1953 |
जन्म स्थान | Lahore |
कैसे याद रही तुझ को
बढ़ गई तुझ से मिल के तन्हाई
था जो कभी इक शौक़-ए-फ़ुज़ूल
कितना काम करेंगे
ख़त में क्या क्या लिखूँ याद आती है हर बात पे बात
जिन दिनों ग़म ज़ियादा होता है
हम जैसे तेग़-ए-ज़ुल्म से डर भी गए तो क्या
होते हैं जो सब के वो किसी के नहीं होते
हज़ार कहता रहा मैं कि यार एक मिनट
हर-चंद मेरे हाल से वो बे-ख़बर नहीं
दिल में हर-चंद आरज़ू थी बहुत