Hope Poetry of Bashiruddin Ahmad Dehlvi
नाम | बशीरुद्दीन अहमद देहलवी |
---|---|
अंग्रेज़ी नाम | Bashiruddin Ahmad Dehlvi |
कविताएं
Ghazal 8
Couplets 12
Love 8
Sad 9
Heart Broken 8
Bewafa 1
Hope 7
Friendship 1
Islamic 4
देशभक्तिपूर्ण 1
बारिश 1
ख्वाब 1
कभी दर पर कभी है रस्ते में
चराग़ उस ने बुझा भी दिया जला भी दिया
ज़ौक़-ए-उल्फ़त अब भी है राहत का अरमाँ अब भी है
पूछते हैं वो इश्क़ का मतलब
लड़ ही जाए किसी निगार से आँख
है दुनिया में ज़बाँ मेरी अगर बंद
चराग़ उस ने बुझा भी दिया जला भी दिया