Baarish Poetry of Bashir Badr
नाम | बशीर बद्र |
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अंग्रेज़ी नाम | Bashir Badr |
जन्म की तारीख | 1935 |
जन्म स्थान | Bhopal |
कोई बादल हो तो थम जाए मगर अश्क मिरे
इस शहर के बादल तिरी ज़ुल्फ़ों की तरह हैं
ये ज़र्द पत्तों की बारिश मिरा ज़वाल नहीं
शबनम के आँसू फूल पर ये तो वही क़िस्सा हुआ
पिछली रात की नर्म चाँदनी शबनम की ख़ुनकी से रचा है
फूल बरसे कहीं शबनम कहीं गौहर बरसे
पत्थर के जिगर वालो ग़म में वो रवानी है
पहला सा वो ज़ोर नहीं है मेरे दुख की सदाओं में
न जी भर के देखा न कुछ बात की
कहाँ आँसुओं की ये सौग़ात होगी
होंटों पे मोहब्बत के फ़साने नहीं आते