Friendship Poetry of Bashir Badr
नाम | बशीर बद्र |
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अंग्रेज़ी नाम | Bashir Badr |
जन्म की तारीख | 1935 |
जन्म स्थान | Bhopal |
मोहब्बतों में दिखावे की दोस्ती न मिला
इतनी मिलती है मिरी ग़ज़लों से सूरत तेरी
हम दिल्ली भी हो आए हैं लाहौर भी घूमे
दुश्मनी जम कर करो लेकिन ये गुंजाइश रहे
भूल शायद बहुत बड़ी कर ली
अहबाब भी ग़ैरों की अदा सीख गए हैं
वो ग़ज़ल वालों का उस्लूब समझते होंगे
शो'ला-ए-गुल गुलाब शो'ला क्या
मोहब्बतों में दिखावे की दोस्ती न मिला
मान मौसम का कहा छाई घटा जाम उठा
होंटों पे मोहब्बत के फ़साने नहीं आते
आँखों में रहा दिल में उतर कर नहीं देखा