Hope Poetry of Basheer Ahmad Basheer
नाम | बशीर अहमद बशीर |
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अंग्रेज़ी नाम | Basheer Ahmad Basheer |
क़र्या क़र्या ख़ाक उड़ाई कूचा-गर्द फ़क़ीर हुए
कैसी कैसी थीं उन्ही गलियों में ज़ेबा सूरतें
जी नहीं लगता किताबों में किताबें क्या करें
इक बे-सबात अक्स बना बे-निशाँ गया
दूर तक चारों तरफ़ मेरे सिवा कोई न था